खरगोन पुलिस ने फर्जी पत्रकार बनकर ब्रांडेड मोबाइल चुराने वाले अन्तर्राज्यीय मोबाइल चोर पारदी गैंग के सात आरोपियों को पकड़ा। दो कार सहित 40 मोबाइल जब्त। इंदौर के रहने वाले पारदी समुदाय के शातिर गिरोह में 4 पुरुष और 3 महिलाएं गिरफ्तार। आरोपियों से लगभग 8 लाख रुपये के चोरी किए हुए 26 ब्रांडेड मोबाइल और 2 महंगी कार भी जब्त। गिरोह के सदस्य भीड़भाड़ वाली जगहों पर मौके का फायदा उठाकर चुराते थे मोबाइल। फर्जी पत्रकार बनकर जाते थे अन्य जगह। एक आरोपी का फर्जी पत्रकार वाला आईडी कार्ड भी जब्त।
जिला मुख्यालय पर एडिशनल एसपी तरुणेन्द्र सिंह बघेल ने खुलासा करते हुए बताया पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि इंदौर के पारदी समुदाय के चोरो की टोली खरगोन से मोबाईल चुराकर सोनीपुरा सब्जी मंडी रास्ते से खंडवा तरफ जाने वाली हैं। सूचना पर तत्काल चौकी जैतापुर से पुलिस टीम द्वारा सोनीपुरा सब्जी मंडी के पास चेकिंग लगाई गई। कुछ देर बाद मुखबीर द्वारा बताये हुलिये की बिना नंबर की दो कार काले रंग की ह्यूण्डई कंपनी की वेन्यु कार और टाटा कंपनी की सफेद रंग वाली टीगोर कार आते दिखाई दी। दोनो कारो को हमराह पुलिस टीम की मदद से रोड किनारे रोका गया तथा काले रंग की वेन्यु कार मे 03 पुरूष एवं दुसरी सफेद टीगोर कार में 03 महिलाए व 01 पुरूष ड्रायवर मिले जिनसे उनके नाम पते पूछे गए तो अपने नाम ईट्टो उर्फ दिपांशु पिता गुर्जर निवासी व्यास नगर इंदौर, यश सोलंकी नि. दिलीप नगर इंदौर, राहुल राठौर निवासी आठमील थाना खुडेल इंदौर, विक्की गुर्जर नि. बजरंगपुरा थाना बेटमा पीथमपुर इंदौर, प्रेमाबाई गुर्जर नि. व्यास नगर इंदौर, जागरण बाई राठौर नि. व्यास नगर इंदौर, सुमनबाई पंवार नि. व्यास नगर इंदौर का होना बताया।
8 लाख के ब्रांडेड मोबाइल जब्त-
पुलिस टीम के द्वारा उक्त दोनों कारों मे बैठे व्यक्तियों से आने जाने के संबंध मे पूछने पर कोई संतोषजानक उत्तर न मिलने के कारण पुलिस टीम के द्वारा महिला आरक्षक व अन्य हमराह बाल की मदद से ली गई और उक्त सभी व्यक्तियों की व कार की तलाशी ली गई। पुलिस टीम के द्वारा तलाशी लेने पर सभी के पास से महंगी-महंगी कंपनी आईफोन, सैमसंग, ओप्पो, रेडमी, टेक्नो, रियलमी, वन प्लस आदि कंपनियों के कुल 26 मोबाईल फोन 8 लाख रुपये के जब्त किए।
भीड़भाड़ वाले इलाके से चुराते हैं मोबाइल-
पुलिस टीम के द्वार तलाशी मे मिले मोबाईल फोन के बारे में सभी से पृथक-पृथक मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई तो बताया हम लोग पारदी समुदाय से हैं। भीड़भाड़ वाली जगहों पर से लोगों की जेब काटकर मोबाईल फोन चुराते है और वहां से भाग जाते है। चुराए हुए मोबाईल फोन कुछ दिनों के बाद इंदौर के इतवारिया चोर बाजार लोगों को कम कीमत मे बेच देते है।