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तीन दिन में साइलेंट अटैक से एक महिला सहित पांच किसानों की गई जान, गांवों में हड़कंप

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खरगोन। निमाड़ में भीषण गर्मी के लिए विख्यात है लेकिन इस बार की गर्मी लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। साइलेंट अटैक के कारण महज तीन दिन में एक महिला सहित पांच किसानों की मौत हो गई। एक किसान ने तो रात में क्रिकेट खेला और दूसरे दिन मौत हो गई। 

खरगोन में इन दिनों सूर्य देव का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। पारा 45 के करीब पहुंच गया है। दिन ही नहीं अब रातें भी गर्म हो गई हैं। हालांकि निमाड़ के लोगों को गर्मी सहने की आदत है लेकिन इस बार की गर्मी जानलेवा साबित हो रही है। चिलचिलाती धूप के अलावा उमस और गर्म हवा के कारण लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। कहा जा रहा है गर्मी और साइलेंट अटैक के कारण लोगों की मौत हो रही है। खरगोन जिला मुख्यालय से महत्व महज 15 किलोमीटर के अंदर रामपुरा, अवरकच्छ, छोटी बीड़ और बड़ी बीड़ में महज तीन दिन चार किसानों की साइलेंट अटैक के कारण मौत। गांव के सक्रिय युवा दुर्गेश यादव के अनुसार 3 दिन में चार गांव में चार किसानों की अटैक आने के कारण मौत हो गई है। अवरकच्छ निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग किसान फत्तू गिलिया यादव आराम से चल फिर रहे थे। सुबह बैठे हुए थे और अचानक हार्ट अटैक आया और उन्होंने दम तोड़ दिया। बीती रात को छोटी बीड़ निवासी 52 वर्षीय किसान नारायण यादव का अचानक बीपी डाउन हुआ और उन्हें हार्ट अटैक आने से उनकी मौत हो गई। इसी तरह रामपुरा निवासी 72 वर्षीय किसान गंगाराम यादव को दिल का दौरा पड़ा और वे दुनिया को अलविदा कह गए। 2 दिन पहले बड़ी भीड़ निवासी 55 वर्षीय किसान महेश यादव ने रात्रिकालीन क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान गांव के लोगों और युवाओं के साथ क्रिकेट खेला। दूसरे दिन अचानक हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई। शनिवार की दोपहर में लोग फत्तू गिलिया दादा की मौत पर शमशान से लौट ही रहे थे कि रामपुरा निवासी महिला किसान 68 वर्षीय हीरू बाई के साइलेंट हार्ट अटैक की खबर आ गई। ये सुनकर लोग स्तब्ध रह गए। लोगों का मानना है, गर्मी के कारण लोगों की अटैक से मौत हो रही है। 3 दिन में आसपास के चार गांव के पांच किसानों की हार्ट अटैक से मौत के चलते ग्रामीणों में अलग-अलग चर्चा है। कई ग्रामीण मौत का कारण हीटवेव में बता रहे हैं। 

खरगोन शहर में भी 4 लोगों की मौत हुई-

खरगोन के पिछले 15 दिनों में चार की व्यक्तियों की मौत के पीछे कहीं ना कहीं साइलेंट अटैक ही है। कुछ दिनों पहले 52 वर्षीय पत्रकार अखिलेश गुप्ता की हार्टअटैक आने से मौत हुई। उन्हें घर पर अटैक आया था। जिला अस्पताल ले गए जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। बोरावां जेआईटी  कॉलेज के 51 वर्षीय प्रोफेसर आशीष सोनी की हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। पहाड़सिंहपुरा निवासी नारायण राघुवंशी ने 78 वर्ष की आयु में जन्मदिन मनाया था और सुबह उन्हें हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई थी। गोकुल एवेन्यू के दिनेश नगदैया के भाई 75 वर्षीय सुरेश नगदैया की मौत भी हार्ट अटैक के कारण हुई है। इस तरह हार्ट अटैक के कारण धड़ल्ले से हो रही मौत से लोग सहमें में हुए हैं। 

गर्मी से बुजुर्गों का लू का ज्यादा खतरा-

हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर का कहना है अत्यधिक गर्मी पड़ने पर डिहाइड्रेशन के कारण मौत होती है। बॉडी में पानी की कमी के लिए जिम्मेदार कोल्ड्रिंगस, चाय, कॉफी इन चीजों का सेवन कम करें और ज्यादा से ज्यादा नॉर्मल पानी पीए। लू लगने के कारण भी हार्ट अटैक आने से मौत हो सकती है अधिक उम्र के जो लोग हैं उनमें एंजाइम्स चेजेन्स आते हैं, उसकी वजह से मल्टी ऑर्गन फेल हो जाते हैं, जिससे जान जा सकती है। 

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